आईडीबीआई बैंक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (सेबी रजिस्ट्रेशन नं. आईएनएफ 231158835) के ईक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में प्रोफेशनल क्लीयरिंग मेम्बर (पीसीएम) है.
आईडीबीआई बैंक अपने ग्राहकों को एक्सचेंज पर मुद्रा वायदे (ईटीसीएफ) करने की सुविधा उपलब्ध कराता है. इस सुविधा के माध्यम से वे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज लि. (टीएमआईडी 13308 एवं सेबी पंजीकरण संख्या आईएनई 231330833), एमसीएक्स स्टॉक एक्सचेंज लि. (टीएमआईडी 1090 एवं सेबी पंजीकरण संख्या आईएनई 261357037) और यूनाइटेड स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लि. (टीएमआईडी टी 14087 एवं सेबी पंजीकरण संख्या आईएनई 271408739) में मुद्रा वायदे कर सकते हैं. केवल भारत के निवासी व्यक्ति अर्थात् एकल व्यक्ति, साझेदारी फर्म तथा बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं सहित कॉरपोरेट्स ही मुद्रा वायदों का क्रय-विक्रय कर सकते हैं.
विदेशी मुद्रा विनिमय की दरें अन्य आस्तियों की ही तरह बहुत सी बातों पर निर्भर रहती हैं, जैसे मांग और आपूर्ति, ब्याज दरों में समता, व्यापार और पूंजी उपलब्धता, सटोरियों की सक्रियता, व्यापार और पूंजी उपलब्धता में निहित जोखिमों के लिए ग्राहक की बचाव व्यवस्था आदि. भारत में मुद्रा वायदों की शुरुआत 29 अगस्त 2008 को की गई थी. ईसीटीएफ सुविधा भारतीय नागरिकों को कारोबार और बचाव के लिए उपलब्ध लिखत तय करने में मदद करेगी. विदेशी मुद्रा विनिमय के ब्याज दर, इक्विटी उपलब्धता और पण्य से जुड़े अंतःसंबंधों के चलते मुद्रा वायदे स्वतंत्र रूप से या इक्विटी व सोने या तेल जैसी पण्यों के साथ करने के मौके मिलेंगे.
ईटीसीएफ किसी मान्यताप्राप्त स्टॉक एक्सचेंज पर विदेशी मुद्रा विनिमय डेरिवेटिव की एक मानकीकृत संविदा है, जिसके माध्यम से किसी एक मुद्रा का मानक मात्रा में किसी विनिर्दिष्ट तारीख को विनिर्दिष्ट दर पर किसी दूसरी करेंसी से क्रय या विक्रय किया जाता है. इसमें ग्राहक को विनिमय दरों में घटबढ़ की समीक्षा करने के साथ-साथ मुद्रा जोखिम से बचाव की व्यवस्था भी मिलती है. ग्राहक इन मुद्रा वायदों का व्यापार, निवेश और बचाव साधन के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. वर्तमान में मानक मात्रा में व्यापार और रुपयों में नकदी निपटान के संविदा लॉट यूएसडी/रुपये, ईयूआर/रुपये, जीबीपी/रुपये और जेपीवाय/रुपये में उपलब्ध हैं.
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