निर्देशक मंडल

श्री टी. एन. मनोहरन

स्वतंत्र निदेशक एवं अंशकालिक अध्यक्ष

श्री टी. एन. मनोहरन 38 वर्षों से पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. वे "मनोहर चौधरी एंड एसोसिएट्स" फर्म के संस्थापक भागीदार और संरक्षक हैं. जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा करने एवं कारोबार समापन के लिए सहारा इंडिया फाइनेंस कॉरपोरेशन में आरबीआई के आदेश पर उन्होंने निदेशक के रूप में कार्य किया और सत्यम कंप्यूटर्स सर्विसेज लिमिटेड के बोर्ड में भारत सरकार द्वारा विशेष निदेशक के रूप में नियुक्त किए गए. वे 2006-07 के दौरान बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण बोर्ड के सदस्य थे. वे वर्ष 2015 से 2020 तक 5 वर्षों की अवधि के लिए केनरा बैंक में गैर-कार्यपालक अध्यक्ष थे. उन्हें सत्यम रिवाइवल टीम के हिस्से के रूप में बिजनेस लीडरशिप अवार्ड एवं इंडियन ऑफ द ईयर 2009 से सम्मानित किया गया था इसके अलावा उन्हें भारत के प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार "पद्म श्री" से भी सम्मानित किया गया है. उनकी विशेषज्ञता लेखा, अर्थशास्त्र, बैंकिंग, जोखिम, कृषि एवं ग्रामीण अर्थशास्त्र, लघु उद्योग, वित्त, कानून, मानव संसाधन, कारोबारी प्रबंधन, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में है.


श्री राकेश शर्मा

प्रबंध निदेशक एवं सीईओ

विभिन्न बैंकों में 40 वर्षों से अधिक अनुभव के साथ श्री राकेश शर्मा एक अनुभवी बैंकर हैं. इन्होंने अपने बैंकिंग कैरियर की शुरुआत भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से की और एसबीआई में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया. इसके बाद वे लक्ष्मी विलास बैंक लि. में एमडी एवं सीईओ के रूप में 18 माह की अवधि तक सेवारत रहे. वे जुलाई 2018 में केनरा बैंक में एमडी एवं सीईओ के रूप में 3 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के पश्चात सेवानिवृत्त हुए. उनकी विशेषज्ञता लेखा, कृषि एवं ग्रामीण अर्थशास्त्र, बैंकिंग, अर्थशास्त्र, लघु उद्योग, मानव संसाधन, कारोबार प्रबंधन, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में है.


श्री जयकुमार सुब्रमनीय पिल्लई

उप प्रबंध निदेशक

आईडीबीआई बैंक के डीएमडी, श्री जयकुमार एस. पिल्लई, को आईडीबीआई बैंक में पदभार ग्रहण करने से पूर्व 32 वर्ष 7 माह केनरा बैंक में अनुभव प्राप्त है. उन्होंने विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों पर शाखाओं का नेतृत्व किया है और उनके पास शाखा बैंकिंग, खुदरा संसाधनों को जुटाने, खुदरा, कृषि, एमएसएमई और वसूली जैसे क्षेत्रों में ऋण वितरण का समृद्ध अनुभव है. उन्हें 4 वर्षों से अधिक समय तक केनरा बैंक के यूके परिचालन के मुख्य कार्यपालक के रूप में भी काम किया और अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग में अनुभव प्राप्त किया. उनकी विशेषज्ञता लेखा, कृषि एवं ग्रामीण अर्थशास्त्र, बैंकिंग, अर्थशास्त्र, वित्त, लघु उद्योग, मानव संसाधन, जोखिम, कारोबारी प्रबंधन, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में है.


श्री सुमित फक्का

उप प्रबंध निदेशक

श्री सुमित फक्का एक वरिष्ठ बैंकिंग पेशेवर हैं, जिनके पास भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में विभिन्न पदों और भौगोलिक क्षेत्रों जैसे नई दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई, टोरंटो में लगभग 30 वर्षों का अनुभव है, जिसमें शाखा बैंकिंग लघु एवं मध्यम उद्यमों को ऋण वितरण का पर्याप्त अनुभव है. आईडीबीआई बैंक में शामिल होने से पूर्व, वे भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली में मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कार्य कर रहे थे. उन्होंने मुंबई में कॉर्पोरेट अकाउंट्स ग्रुप में विभिन्न स्तरों पर भी कार्य किया है और उन्हें शाखा बैंकिंग, खुदरा संसाधनों को जुटाने के साथ-साथ खुदरा, कृषि, एमएसएमई, वसूली आदि क्षेत्रों में ऋण वितरण का भी अनुभव है. वे पांच वर्षों तक एसबीआई के कनाडाई परिचालन में उपाध्यक्ष (क्रेडिट) थे, जहां उन्होंने कनाडा में बैंक के कॉर्पोरेट क्रेडिट पोर्टफोलियो को संभाला, जिसमें द्विपक्षीय सौदों और सिंडिकेट अग्रिमों के साथ-साथ भारत आधारित सौदों सहित नए सौदों के लिए मार्केटिंग और क्रेडिट गुणवत्ता बनाए रखना शामिल था. उनकी विशेषज्ञता लेखा, कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, वित्त, लघु उद्योग, कारोबारी प्रबंधन, प्रशासन और कॉर्पोरेट अभिशासन में है.


श्री मनोज सहाय

सरकार नामिती निदेशक

श्री मनोज सहाय 1994 बैच के आईए एवं एएस आधिकारी हैं. वे रुड़की विश्वविद्यालय से बीई (सिविल) हैं. वर्तमान में वे अपर सचिव एवं वित्तीय सलाहकार हैं जो छह विभागों को संभाल रहे हैं अर्थात् राजस्व विभाग, व्यय विभाग, आर्थिक मामलों के विभाग, वित्तीय सेवा विभाग एवं सार्वजनिक आस्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) और सार्वजनिक उद्यम विभाग. वर्तमान तैनाती से पूर्व, वे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड में निदेशक (प्रशासन और वित्त) के रूप में प्रतिनियुक्ति पर थे. उन्होंने भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, नई दिल्ली के कार्यालय में विभिन्न संवर्गों में कार्य किया है. उन्हें लेखा, वित्त, प्रशासन और कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री सुशील कुमार सिंह

सरकार नामिती निदेशक

श्री सुशील कुमार सिंह भारतीय रक्षा लेखा सेवा बैच के 2006 के अधिकारी हैं. वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर हैं. स्वतंत्र प्रभार ग्रहण करने के दौरान उन्हें विभिन्न कार्यालयों का विविध अनुभव है. वर्तमान में वे निदेशक, वित्तीय सेवा विभाग, वित्त मंत्रालय के रूप में कार्यरत हैं, जो वित्तीय समावेशन के प्रभाग और सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे प्रधान मंत्री जन धन योजना, मुद्रा योजना, स्टैंड अप इंडिया योजना और सूक्ष्म बीमा योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी कर रहे हैं. उन्हें लेखा, वित्त, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री सत पाल भानु

एलआईसी नामिती निदेशक

श्री सत पाल भानु ने जुलाई 2023 में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला. वे अक्तूबर, 1988 में विशेष बैच प्रत्यक्ष भर्ती अधिकारी के रूप में निगम में शामिल हुए. उन्हें हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला से इतिहास (ऑनर्स) में स्नातक की डिग्री प्राप्त है. उन्हें विविध और समृद्ध मार्केटिंग का अनुभव है. उन्होंने निगम में अंचल प्रबंधक (केंद्रीय अंचल), अपर निदेशक, अंचल प्रशिक्षण केंद्र (भोपाल), क्षेत्रीय प्रबंधक (पी एंड आईआर), उत्तरी अंचल (दिल्ली) के रूप में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया. प्रमुख (मार्केटिंग-एसबीए) के रूप में उन्होंने वरिष्ठ कारोबार एसोसिएट्स और जीवन बीमा निगम एसोसिएट्स के मार्केटिंग पोर्टफोलियो को भी देखा, जिसमें मार्केटिंग गतिविधियों में क्रांतिकारी बदलाव लाने और उन्हें सशक्त बनाने पर ध्यान केन्द्रित किया. उन्हें मानव संसाधन, कारोबारी प्रबंधन, प्रशासन और कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री आर. दोराईस्वामी

एलआईसी नामिती निदेशक

श्री आर. दोराईस्वामी भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रबंध निदेशक हैं, जिनके पास 38 वर्षों से अधिक का समृद्ध और विविध अनुभव है. वे मदुरै कामराज विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक हैं, भारतीय बीमा संस्थान के साथी सदस्य हैं तथा भारतीय एक्चुअरीज संस्थान के छात्र सदस्य हैं. प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभालने से पहले श्री आर. दोराईस्वामी ने संगठन के भीतर विभिन्न नेतृत्व पदों पर कार्य किया है जैसे कि कार्यपालक निदेशक (सूचना प्रौद्योगिकी/सॉफ्टवेयर विकास), क्षेत्रीय प्रबंधक (मार्केटिंग/मुख्य जीवन बीमा सलाहकार), दक्षिणी क्षेत्रीय कार्यालय, चेन्नई में क्षेत्रीय प्रबंधक (पेंशन और समूह योजनाएं), कोट्टायम डिवीजन के वरिष्ठ डिवीजनल प्रबंधक और चेन्नई-I, तंजावुर और पुणे डिवीजनों के मार्केटिंग प्रबंधक.


श्री बी. बी. जोशी

स्वतंत्र निदेशक

श्री बी.बी. जोशी एक अनुभवी बैंकर हैं जिनके पास बैंक ऑफ इंडिया में शाखा बैंकिंग, कॉर्पोरेट क्रेडिट, विदेशी मुद्रा, विदेशी परिचालन, अनुपालन, एसएमई बैंकिंग, खुदरा बैंकिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 36 वर्षों का अनुभव है, जिसमें अफ्रीका और संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी बैंकिंग अनुभव भी शामिल है. बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक के रूप में, वह बोर्ड एवं बोर्ड स्तर की समितियों में थे. उन्हें कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, वित्त, लघु उद्योग, प्रशासन और कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री समरेश परीदा

स्वतंत्र निदेशक

श्री समरेश परीदा विभिन्न क्षेत्रों में वित्त, रणनीति, संचालन, व्यापार पुनरुत्थान में 30 से अधिक वर्षों के एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड के साथ एक वरिष्ठ प्रबंधन पेशेवर हैं. उनके पास भारत के साथ-साथ प्रमुख वैश्विक बाजारों में अनुभव है -विशेष रूप से यूएसए, एशिया, लैटिन अमेरिका और यूरोप. वे एसपी ग्रोथ कंसल्टिंग के संस्थापक और सीईओ हैं जो प्रबंधन परामर्श सेवाएं प्रदान करता है. उन्हें लेखा, कृषि एवं ग्रामीण अर्थशास्त्र, वित्त, आईटी, कारोबारी प्रबंधन, रणनीतिक योजना, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री एन. जंबुनाथन

स्वतंत्र निदेशक

श्री जंबुनाथन भारतीय स्टेट बैंक में विभिन्न स्तरों पर समृद्ध अनुभव के साथ एक अनुभवी बैंकर हैं. उन्होंने सीजीएम-आईटी सहित कंप्यूटर से संबंधित विभागों/ आईटी में बैंक में विभिन्न पदों का कार्यभार संभाला. उन्होंने खुदरा बैंकिंग और भुगतान व्यवसाय में महत्वपूर्ण कार्य भी किए. वे स्टेट बैंक से उप प्रबंध निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए. उन्होंने दो वर्षों के लिए रिलायंस पेमेंट्स प्रणाली लि. के साथ उनके भुगतान-संबंधी पहलों के लिए सलाहकार/ परामर्शदाता के रूप में काम किया है जिसमें एसबीआई के साथ एक संयुक्त उद्यम बैंक स्थापित करना शामिल है. उन्हें कृषि एवं ग्रामीण अर्थशास्त्र, बैंकिंग, लघु उद्योग, आईटी, भुगतान एवं निपटान, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री दीपक सिंघल

स्वतंत्र निदेशक

श्री सिंघल भारतीय रिज़र्व बैंक में विभिन्न स्तरों पर समृद्ध अनुभव के साथ सेवानिवृत्त सेंट्रल बैंकर हैं और उनके पास चुनौतीपूर्ण और विविध कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न करने का रिकॉर्ड है. वे आरबीआई से कार्यपालक निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए. उन्हें कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, मानव संसाधन, प्रशासन और कॉर्पोरेट प्रशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


श्री संजय गोकुलदास कल्लापुर

स्वतंत्र निदेशक

श्री कल्लापुर लेखा के प्रोफेसर और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में उपाध्यक्ष हैं. आईएसबी में शामिल होने से पूर्व, वे यूएसए के क्रानर्ट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, पर्ड्यू विश्वविद्यालय में एक आवधिक एसोसिएट प्रोफेसर थे. उन्हें स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी शिक्षण का तीस वर्षों का अनुभव है. आईएसबी और पर्ड्यू के अतिरिक्त, उन्होंने एरिज़ोना विश्वविद्यालय, इरविन में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, हांगकांग विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और सिंगापुर के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में भी शिक्षण कार्य का किया है. उन्हें लेखा, वित्त, अर्थशास्त्र, जोखिम, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन में विशेषज्ञता प्राप्त है.


सुश्री पी वी भारती

स्वतंत्र निदेशक

सुश्री भारती एक अनुभवी बैंकर हैं, जिनके पास 37 वर्षों से बैंकिंग कार्यों में विविध अनुभव है. वह 31 मार्च 2020 को कॉर्पोरेशन बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में सेवानिवृत्त हुई. 01 फरवरी 2019 से कॉर्पोरेशन बैंक के साथ अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने बैंक को मजबूत नेतृत्व प्रदान किया और विभिन्न रणनीतिक पहलों के माध्यम से बैंक को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया. 1982 में केनरा बैंक में शामिल होने के बाद, उन्होंने बैंक की शाखाओं और प्रशासनिक कार्यालयों के साथ-साथ बैंक के हांगकांग कार्यालय में विभिन्न पदों पर रहते हुए कार्यपालक निदेशक (डब्ल्यूटीडी) के पद तक पहुंची. उनकी विशेषज्ञता कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, लघु उद्योग, जोखिम, अर्थशास्त्र, प्रशासन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन के क्षेत्र में है. वह समझौता प्रस्ताव, एआरसी/बैंक/एफएल/एनबीएफसी को बिक्री की जांच एवं अनुशंसा के लिए गठित एसबीआई की स्क्रीनिंग कमेटी में एक बाहरी सदस्य हैं और मंजूरी के बाद ऋण पुनर्गठन मामलों की प्रक्रिया को मान्य करने के लिए आईबीए स्तर पर गठित विशेषज्ञ समिति में वैकल्पिक अध्यक्ष हैं. वर्तमान में आईडीएफसी फर्स्ट भारत लिमिटेड और पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के बोर्ड में एक स्वतंत्र निदेशक और नबकिसन फाइनेंस लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक और गैर-कार्यपालक अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.

श्री अजय प्रकाश साहनी

स्वतंत्र निदेशक

श्री अजय प्रकाश साहनी, इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियर्स, लंदन, यूके से स्नातक (बी.ई. मैकेनिकल इंजीनियर के समान), आंध्र प्रदेश कैडर के 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव के रूप में कार्य किया है और 28 फरवरी 2022 को सेवानिवृत हुएं. जून 2017 से फरवरी 2022 तक भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव के रूप में, श्री साहनी ने यूपीआई और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए डिजिधन मिशन का नेतृत्व किया, आधार परिस्थितिकी तंत्र और डिजिलॉकर, उमंग, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (स्वास्थ्य) भाषिणी (भाषा प्रौद्योगिकी) जैसे कई राष्ट्रीय सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के विकास में मार्गदर्शन किया और भारत में इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण के महत्वपूर्ण विकास और तेजी में मदद की. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिक स्टार्ट-अप और आत्मनिर्भर भारत ऐप को सक्रिय रूप से उत्प्रेरित किया, साइबर कानून और साइबर सुरक्षा, डेटा संरक्षण बिल, भारतीय माइक्रो प्रोसेसरों के डिजाइन, सुपरकम्प्यूटिंग और राष्ट्रीय अर्धचालक मिशन के शुभारंभ की देखरेख की. उनकी विशेषज्ञता सूचना प्रौद्योगिकी, भुगतान एवं निपटान, मानव संसाधन, प्रशासन और कॉरपोरेट अभिशासन में है.